सयानी बन्नो
शादी हमारे जीवन मे एक बड़ा अंतर लाता हैं , एक लड़के और लड़की दोनों के जीवन मे बहुत सी चीजे बदलती हैं , लेकिन कहीं न कहीं एक लड़की का जीवन बहुत हद तक बदल जाता हैं , शुरुआत आपने आप को बदलने से ही होती हैं , पूरा परिवर्तन लड़के के परिवार के हिसाब से हो जाता हैं । ऐसे मे जब एक पिता अपनी बेटी को पहली बार उसके ससुराल मिलने जाता हैं तो वो उसके बदलाव को देखकर दंग रह जाता हैं । उसके उस भाव को शब्दों मे दिखाने का एक छोटा सा प्रयास हैं ।उम्मीद करता हूँ की आपको पसंद आएगा । उपयुक्त कहानी पूरी तरह से रचित एवं काल्पनिक हैं । इसका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं हैं । ये पूरी कहानी पिता के संदर्भ से की गयी हैं , की आखिर एक पिता क्या महसूस करता हैं , जब वह अपनी बेटी को ससुराल मे देखता हैं । आ ज दिन रविवार , मन हुआ बन्नो से मिल आऊँ , वैसे तो हफ्ते-दर पहले से मेरी योजना थी की मैं बन्नो के घर से हो आऊँ । आज उसकी शादी को 3 महीने हो गए , मैंने निश्चय किया की मैं अकेले ही उसके ससुराल जा कर मिल आऊंगा । बन्नो की माँ ने आज , बन्नो की मनपसंद चीजे , मावे सुबह से ही बनाकर झोले मे रखने शुरू कर